ज़िंदगी का नाम ही है चलना और चलते जाना,
चलते जाना उन अनजान रास्तो पर,
थकना,गिरकर संभालना पर चलते जाना ।
अनजान रास्तो पर अनजाने लोगों से मिलना ,कुछ अच्छे लोग कुछ बुरे लोग,
अनजान रास्तों पर अपने आप को अकेला पाना पर फिर भी चलते जाना,
हिम्मत का हज़ार बार टूटने ,पर फिर भी चलते जाना ।
कभी ख़ुशी का ज़िन्दगी में आना , कभी गम का ज़िन्दगी में आना, पर चलते जाना,
क्यूंकि…
चलना तोह हम तभी छोड़ते हैं, जब एक आखरी बार इस दुनिया से विदा लेते हैं,
ज़िन्दगी का नाम ही है चलते जाना,
चलना और चलते जाना,
चलना और चलते जाना।